अहमदाबाद न्यूज डेस्क: गुजरात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी आईपीएस अभय चुडासमा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले जूनागढ़ के पुलिस अधीक्षक आईपीएस हर्षद मेहता ने भी अपना त्यागपत्र दिया था। सरकार ने फिलहाल चुडासमा के इस्तीफे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। नवंबर 2023 में उनके राजनीति में आने की अटकलें लगाई गई थीं, लेकिन तब उन्होंने इन खबरों को खारिज कर दिया था। अब उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति से आठ महीने पहले ही पद छोड़ने का फैसला कर लिया है।
अभय चुडासमा गुजरात पुलिस में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) के पद पर कार्यरत थे। 1999 बैच के अधिकारी चुडासमा की पहचान उनके मजबूत नेटवर्क और सख्त छवि के लिए होती रही है। हालांकि, उनका करियर विवादों से भी जुड़ा रहा, जब उन्हें सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में जेल जाना पड़ा था और कुछ समय के लिए निलंबन का सामना करना पड़ा था। बावजूद इसके, उनकी पुलिसिंग शैली और अपराध सुलझाने की क्षमताओं की सराहना की जाती रही है।
चुडासमा को अहमदाबाद में 2008 के सीरियल ब्लास्ट की जांच में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने ह्यूमन इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीक का उपयोग करके कई मामलों को हल किया और अपराधियों तक पहुंच बनाई। उनकी गिनती गुजरात पुलिस के सबसे प्रभावशाली अधिकारियों में होती थी। करई स्थित राज्य पुलिस अकादमी में प्रिंसिपल के रूप में कार्य करते हुए भी उन्होंने कई अहम सुधार किए।
भावनगर जिले के रहने वाले अभय चुडासमा ने पुलिस सेवा में आने से पहले फिजिक्स में बीएससी की डिग्री हासिल की थी। एसीपी से आईपीएस बनने तक उनके करियर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने हर चुनौती का सामना किया। उनके इस्तीफे के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि वह किसी नए क्षेत्र में कदम रख सकते हैं, हालांकि इस पर अभी कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है।